वायु रक्षा के सुदर्शन चक्र से सुरक्षित भारत: Operation Sindoor में दिखा सैन्य पराक्रम

वायु रक्षा के सुदर्शन चक्र से सुरक्षित भारत: Operation Sindoor में दिखा सैन्य पराक्रम

Operation Sindoor: भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया तनाव के दौरान भारतीय वायु रक्षा प्रणाली की प्रभावशीलता और सामरिक सूझबूझ ने न केवल देश की सीमाओं को सुरक्षित किया, बल्कि वैश्विक पटल पर भारत की सैन्य ताकत की नई छवि प्रस्तुत की। 7 से 8 मई, 2025 की रात पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना के कई ठिकानों पर ड्रोन और मिसाइल हमले की नाकाम कोशिश की। परंतु भारत ने रूस निर्मित S-400 ‘सुदर्शन चक्र’ प्रणाली के जरिए इन सभी खतरों को हवा में ही निष्क्रिय कर दिया।

इसके तुरंत बाद ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई की, जिसमें लाहौर स्थित HQ-9 चीनी वायु रक्षा प्रणाली को नष्ट कर दिया गया। इस मिशन के दौरान भारत ने एक पाकिस्तानी मिराज लड़ाकू विमान को भी मार गिराया और चीनी PL-15 मिसाइल तथा तुर्की निर्मित ड्रोन्स के मलबे को प्रस्तुत कर यह सिद्ध कर दिया कि भारत की बहु-स्तरीय वायु रक्षा प्रणाली अभेद्य है।

बहुआयामी निवेश और विपक्ष की चुनौतियाँ

2014 के बाद भारत ने वायु रक्षा के क्षेत्र में व्यापक निवेश किया, जिसमें S-400, बराक-8, QRSAM, और स्वदेशी प्रणालियाँ जैसे आकाश-तीर और VSHORAD शामिल हैं। इन योजनाओं को लेकर उस समय विपक्ष ने तीव्र आलोचना की थी और खरीद प्रक्रियाओं पर भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाए गए थे। लेकिन आज वही प्रणालियाँ राष्ट्र की रक्षा में निर्णायक भूमिका निभा रही हैं।

वैश्विक मान्यता और रणनीतिक सोच

भारत की वायु रक्षा प्रणाली अब अमेरिका की पैट्रियट और इजरायल की डेविड्स स्लिंग प्रणाली के समकक्ष मानी जाती है। S-400 ‘सुदर्शन चक्र’, जिसे रणनीतिक दृष्टि से तैनात किया गया है, भारत को एशिया में एक अग्रणी वायु शक्ति बनाता है। यह सब संभव हो सका है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की निर्णायक सोच, तत्कालीन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और नीति निर्माता अमित शाह की दूरदृष्टि से।

कूटनीतिक सख्ती और सैन्य पराक्रम

हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने मात्र तीन दिनों में जिस सैन्य पराक्रम और रणनीतिक संयम के साथ जवाब दिया, उसने पाकिस्तान सहित विश्व के सभी देशों को यह स्पष्ट कर दिया कि भारत अब केवल प्रतिक्रिया देने वाला देश नहीं, बल्कि रणनीति गढ़ने वाला राष्ट्र बन चुका है। भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा नीति अब वैश्विक विमर्श में एक मजबूत उदाहरण बन गई है।

भारत की आधुनिक वायु रक्षा प्रणाली और त्वरित कार्रवाई की क्षमता ने एक बार फिर सिद्ध किया है कि भारत अब किसी भी खतरे का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम है। ‘रक्षा’ अब केवल सीमाओं की सुरक्षा नहीं, बल्कि राष्ट्र की गरिमा, नीति और संप्रभुता की रक्षा बन चुकी है, और इसमें भारत अग्रणी है।